Tejas: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भरी उड़ान, रचा इतिहास


 


कर्नाटक , बेंगलुरु में बुधवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेशी लड़ाकू विमान 'तेजस' में उड़ान भरकर रचा इतिहास , ऐसा करने वाले वो देश के पहले रक्षा मंत्री हैं, बता दें कि 3 साल पहले ही तेजस' को वायु सेना में शामिल किया गया था। और भारत का तेजस लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट ऐसा ही एक दमदार लड़ाकू विमान है, जो अपनी श्रेणी में पाकिस्तान और चीन के लड़ाकू विमानों को कड़ी टक्कर दे रहा है।
 
  1- राजनाथ सिंह सिंगल इंजन वाले स्‍वदेशी हल्‍के लड़ाकू विमान तेजस में उड़ान भरने वाले देश के पहले रक्षा मंत्री बन गए हैं
   2-इससे पहले पूर्व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लड़ाकू विमान सुखोई में उड़ान भरी थी, सुखोई दो इंजन वाला विमान हैं।


 3-वायुसेना तेजस विमानों की खेप अपने बेड़े में शामिल कर चुकी है, तेजस का नौसेना का संस्‍करण तैयार किया जा रहा है



 



'तेजस' ने अपनी पहली उड़ान 4 जनवरी 2001 को भरी थी, यह एक स्वदेशी मल्टीरोल फाइटर जेट है, तेजस विमान पाकिस्तान और चीन के संयुक्त उत्पादन थंडरबर्ड से कई गुना ज्यादा दमदार है, ये बात हरीन इंटरनेशनल एयर शो में निकलकर सामने आई थी क्योंकि तेजस की वजह से पाकिस्तान और चीन ने थंडरबर्ड को प्रदर्शनी से हटा लिया था।
इससे पहले केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से दो तस्वीरें ट्वीट की औऱ लिखा- ऑल सेट फॉर द डे।


तेजस 'पर उड़ान भरना, बेंगलुरु के एचएएल हवाई अड्डे से एक स्वदेशी लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट एक अद्भुत और शानदार अनुभव था।
तेजस एक मल्टी-रोल फाइटर है जिसमें कई महत्वपूर्ण क्षमताएं हैं। यह भारत की वायु रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए है।


रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान तेजस में वृस्पतिवार बेंगलुरु में LALहवाईअड्डे से उड़ान भरी। बताया जा रहा है कि तेजस लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाले राजनाथ सिंह पहले रक्षा मंत्री हैं। उड़ान भरने से पहले भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने राजनाथ सिंह को इसका ब्यौरा दिया। इससे पहले समाचार एजेंसी ने एक तस्वीर जारी की, जिसमें उड़ान भरने से पहले राजनाथ सिंह फ्लाइंग पोशाक में दिखे। इस तेजस को हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है।




वायुसेना में शामिल हो चुका है तेजस
वायुसेना 'तेजस' को हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड ने तैयार किया है, 83 तेजस विमानों के लिए एचएएल को करीब 45 हजार करोड़ रुपए मिलेंगे, हिंदुस्तान एरोनोटिक्स लिमिटेड यानि एचएएल अबतक 16 एलसीए तेजस लड़ाकू विमान का निर्माण कर वायुसेना को सौंप चुका है, मालूम हो कि तेजस विमान की खासियत इसकी रफ्तार और हल्का वजन है, सबसे बड़ी बात ये कि देश में तैयार किए गए तेजस की गिनती दुनिया के चंद सबसे खतरनाक लड़ाकू विमानों में हो रही है


अटल बिहारी बाजपेयी ने दिया था नाम 'तेजस' हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) द्वारा बनाए गए इस विमान का आधिकारिक नाम 'तेजस' पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने दिया था.


 


  Posted by -Anand Pandey