नई दिल्ली - आज से अयोध्या में शुरू हुई 14 कोसी परिक्रमा हाथ में भगवा झंडा लेकर पहुंचे श्रद्धालु।
मंगलवार को अयोध्या में सुबह छह बजकर पांच मिनट से 14 कोसी परिक्रमा आरंभ हो गई। लाखों की संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुचे उनके हाथ में देश केे और भगवा झंडे थे। परिक्रमा छह नवंबर को सुबह आठ बजकर 12 मिनट तक चलेगी। तकरीबन 20 लाख श्रद्धालुओं के रामनगरी की परिक्रमा करने की संभावना है।
14 कोसी परिक्रमा आज सुबह छह बजकर पांच मिनट से शुरू हो गई। यह छह नवंबर को सुबह आठ बजकर 12 मिनट तक चलेगी। रामनगरी की परिक्रमा करने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंच गए हैं। श्रद्धालु सरयू में स्नान कर रहे हैं।
साथ ही श्रद्धालु जगह-जगह से परिक्रमा उठा रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा मेला 14 कोसी परिक्रमा 6 नवंबर प्रातः 7:49 तक चलेगी। 7 नवंबर को पंचकोसी परिक्रमा होगी। पंचकोसी परिक्रमा 7 नवंबर को प्रातः 9:47 बजे से 8 नवंबर दोपहर 11:56 तक चलेगी।
कार्तिक पूर्णिमा का स्नान 11 नवंबर से होगा। 11 नवंबर को शाम 5:34 से 12 नवंबर को शाम 6:42 तक पूर्णिमा का स्नान होगा। सुरक्षा के व्यापक इंतजाम हैं। 14 कोसी परिक्रमा ड्रोन कैमरे की निगरानी में होगी।
14 कोसी परिक्रमा को लेकर पुलिस प्रशासन ने रूट डायवर्जन एडवाइजरी की है। कोई वाहन 14 कोसी परिक्रमा की परिधि में नहीं जा सकेंगे। गोंडा से आने वाले वाहनों को लकड़मंडी से नए पुल की तरफ मोड़ा जाएगा।
आंबेडकरनगर की तरफ से आने वाले सभी वाहन मया बाजार से तारुन की तरफ मोड़ा जाएगा। कोई वाहन दर्शननगर नहीं आ पाएंगे।
14 कोसी परिक्रमा के लिए सोमवार से ही बड़ी संख्या में परिक्रमार्थियों ने अयोध्या में डेरा डाल दिया था। आस-पड़ोस के परिक्रमार्थियों के आने का सिलसिला मंगलवारा दोपहर तक चलता रहा। मंगलवार की सुबह से श्रद्धालु अलग-अलग स्थानों से परिक्रमा आरंभ कर दिया। अयोध्या की 14 कोसी परिक्रमा में अहम पड़ाव नयाघाट, गुप्तारघाट, दर्शननगर स्थित सूर्यकुंड हैं। श्रद्धालु निर्धारित स्थल से परिक्रमा आरंभ कर पुन: उसी स्थान लौटकर समाप्त करेंगे।
माना जाता है कि अक्षय नवमी पर होने वाली परिक्रमा से पूर्व जन्मों से पापों से मुक्ति मिल जाती है। सोमवार को विधायक वेदप्रकाश गुप्त के साथ ही जिलाधिकारी अनुज कुमार झा व एसएसपी आशीष तिवारी ने परिक्रमा पथ का जायजा लिया। निष्काम सेवा ट्रस्ट के व्यवस्थापक एवं ज्योतिष गुरु महंत रामचंद्रदास ने बताया कि 14 कोसी परिक्रमा मंगलवार को होगी, जबकि कार्तिक शुक्ल एकादशी को पंचकोसी परिक्रमा होगी। पंचकोसी परिक्रमा सात नवंबर को सुबह दस बजकर छह मिनट से आरंभ होगी, जो अगले दिन आठ नंवबर को दोपहर 12 बजकर 16 मिनट पर समाप्त होगी।
Posted by - Anand Pandey