नई दिल्ली: शनिवार की सुबह जिस वक्त लोग जग रहे थे उस वक्त बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस सीएम पद की शपथ ले रहे थे. ज्यादातर लोगों के लिए यह खबर सरप्राइज जैसा था ।
आपको बता दें कि शनिवार की सुबह जब लोग अपनें घरों में अखबार मिलें तो उनमें शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे को महाराष्ट्र का अगला सीएम बताया गया था। उद्धव के मुख्यमंत्री बनने की बड़ी खबरें ज्यादातर हिन्दी-अंग्रेजी अखबारों के पहले पन्ने पर प्रमुखता से छपी थी.लेकिन शनिवार सुबह 8 बजे तक शायद ही किसी को अंदाजा रहा होगा कि महाराष्ट्र की सियासत यूं पहलू लेगी। शुक्रवार देर रात तक यह लगभग तय हो गया था कि शनिवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महाराष्ट्र की नई सरकार के गठन का ऐलान कर दिया जाएगा।
लेकिन सुबह देवेंद्र फडणवीस को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला दी और ठाकरे की उम्मीदों पर पानी फिर गया। नई सरकार में अजित पवार उपमुख्यमंत्री बने हैं।लेकिन आपको बता दें कि कुछ अखबारों ने जहां शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन के फैसले के रूप में बताया था, वहीं कई ने शीर्षक में सीधे तौर पर उद्धव के अगले सीएम होने की बात लिखी. लेकिन अभी कई लोगों ने अखबार खोला भी नहीं था।
दरसल , ये खबर बदल गई,और सुबह जिन लोगों ने अपने घरों में अखबार और टीवी देखना शुरू किया, तो उन्हें अखबार की खबर टीवी से मैच होती नहीं दिखी. क्योंकि टीवी पर सुबह-सुबह बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस दोबारा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे.आपको बता दें कि देर रात तक ऐसी खबरें आ रही थीं कि शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के बीच सरकार बनाने पर सहमति बन गई है और शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे अगले मुख्यमंत्री होंगे. एनसीपी प्रमुख शरद पवार भी यही बात कह रहे थे.शपथ ग्रहण के बाद मीडिया से बात करते हुए सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 'महाराष्ट्र की जनता ने स्पष्ट दिया था। हमारे साथ लड़ी शिवसेना ने उस जनादेश को इनकार कर दूसरी जगह गठबंधन बनाने का प्रयास किया। महाराष्ट्र को स्थिर शासन देने की जरूरत थी।
महाराष्ट्र को स्थायी सरकार देने का फैसला करने के लिए अजीत पवार को धन्यवाद।' महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनने के बाद फडणवीस को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी है। प्रधानमंत्री ने कहा है, 'देवेंद्र फडणवीस जी और अजित पवार जी को क्रमश: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेने की बधाई। मुझे विश्वास है कि वे महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए लगन से काम करेंगे। बता दें कि लेकिन समय और इतिहास कभी न कभी खुद को दोहराते हैं। 23 नवंबर 2019 की तारीख और सुबह 8 बजे का समय एनसीपी-कांग्रेस और शिवसेना कभी नहीं भूलेंगे। क्योंकि एक बार फिर एक महाराष्ट्र में मार्मिक पीड़ा दी, लेकिन इस बार इसका वांछनीय शरद पवार को नहीं, बल्कि उनके भतीजे अजित पवार के पास है।
चलते-चलते, यह कहना ठीक रहेगा कि इस समय शिवसेना-शरद पवार और कांग्रेस के लिए यह गीत बिलकुल उपयोगी है
मेरा सुंदर सपना बीत गया
मैं प्रेम में सब कुछ हार गई
बेदर्द जमाना जीत गया
मेरा सुंदर सपना बीत गया
Posted by - Anand Pandey