उप मुख्यमंत्री पद के लिए महाराष्ट्र में घमासान ,कांग्रेस इस बात पर अड़ी जाने क्या है वजह


महाराष्ट्र चुनाव में सीएम ठाकरे ने 6 मंत्रियों के साथ शपथ ली और एक गठबंधन सरकार का गठन कर लिया है, अभी परदे के पीछे भी जोर आजमाइश चल रहा है। यह लड़ाई शिवसेना की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में हिस्सेदारी को लेकर है। एनसीपी जहां विधानसभा अध्यक्ष पद पर दावेदारी जता रही है। वहीं कांग्रेस सरकार में उप मुख्यमंत्री पद हासिल करने की जिद पर अड़ी हुई है।सीएम ठाकरे की अगुवाई वाली सरकार में शिवसेना, NCP और कांग्रेस से 2-2 मंत्री है। शुरुआती दौर पर यह भी तय हुआ कि उप मुख्यमंत्री पद NCP और विधानसभा अध्यक्ष का पद कांग्रेस को मिलेगा। इसके साथ सरकार में शिवसेना-NCP के 15-15 और कांग्रेस के 13 मंत्री होंगे लेकिन कांग्रेस इस पर तैयार नहीं है।


कांग्रेस गठबंधन सरकार में डिप्टी सीएम पद चाहती है। महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा, कि संकट के वक्त विधानसभा अध्यक्ष काफी अहम होता है। और मौजूदा सरकार में डिप्टी सीएम पद का होना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। क्योंकि डिप्टी सीएम की वजह से सरकार के हर अहम फैसले में कांग्रेस की भूमिका होगी। इसके लिए पार्टी के अंदर भी यह राय बनकर उभर रही है कि विधानसभा अध्यक्ष पद उसकी जगह NCP को दे दिया जाए।


कांग्रेस के नेता ने बताया कि सरकारी विज्ञापनों में सीएम और डिप्टी सीएम का फोटो होता है। कांग्रेस का डिप्टी सीएम नहीं होने से लोगों के बीच में यह संदेश जाएगा कि यह सिर्फ शिवसेना और NCPकी सरकार है। सरकार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने के लिए डिर्टी सीएम पद का होना जरूरी है। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष पद छोड़ने की वजह से कांग्रेस एक कैबिनेट मंत्री पद की मांग कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि इन सभी विषयों पर गठबंधन के लोगों से अभी बीच बातचीत चल रही है। 1-2 दिन में तस्वीर साफ हो जाएगी। पार्टी नेताओं ने उम्मीद जताई कि शिवसेना और NCP दोनों कांग्रेस को डिप्टी सीएम पद देने के लिए नाम जाएगा। क्योंकि कांग्रेस गठबंधन का काफी अहम घटक दल है। विश्वास मत हासिल करने के बाद उद्धव ठाकरे मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।


 


Posted by - Anand Pandey