नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में लघु और मध्यम उद्योगों को बढ़ावा देने और स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एक जिला एक उत्पाद योजना का शुभारंभ किया गया है प्रमुख सचिव MSME नवनीत सहगल ने मीडिया एजेंसी को बताया कि सरकार ने परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए इस योजना को शुरू किया है।उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के लिए 'एक जिला एक उत्पाद योजना' को प्रोत्साहन देने के लिए कार्य में तेजी लाने और जवाबदेही तय करने के लिए बेहद कार्य योजना बना रही है. इसके तहत ओडीओपी के प्रत्येक जिले में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाएं जाएंगे. प्रमुख सचिव MSME नवनीत सहगल ने मीडिया एजेंसी को बताया कि सरकार ने पारंपरिक उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए इस योजना को शुरू किया है.
आपको बता दें कि जिले के उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए बेहद कार्य योजना तैयार की जा रही है. सहगल ने 30 नवम्बर तक हर जिले से कार्य योजना मांगी है. ओडीओपी के बेहतर संचालन के लिए हर जिले में एडीएम स्तर के अधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है.उन्होंने आगे बताया कि उद्यमियों की सहूलियत के लिए वित्तीय सहायता दिलाने में मदद कर तथा अत्याधुनिक तकनीक की मशीनों व उपकरणों की जानकारी व प्रशिक्षण देकर, कम लागत पर अच्छी डिजाइन के उत्पादन तैयार कर बाजार में उपलब्ध कराए जाएंगे. इसके अलावा इसका एक पूरा प्रारूप जल्द ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने प्रस्तुत किया जाएगा.
सहगल ने बताया कि सरकार का उद्देश्य है कि हर जिले में हर काम और तेज दिखने लगे, इसके लिए हर जिले से कार्य योजना मांगी गई है. आगे चलकर देश-विदेश में होने वाले परिश्रमी मेले में ओडीओपी उद्यमियों को भेजा जाएगा. हर जिले की अलग - अलग योजना बनाने से काम में तेजी आएगी.
Posted by - Anand Pandey